‘द वायर’ के संपादकों के घरों और दफ्तर में पुलिस की तलाशी अनुचित: एडिटर्स गिल्ड
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने बुधवार को कहा कि दिल्ली पुलिस ने जिस तरह से ‘द वायर’ के संपादकों के घरों और उनके दफ्तर में तलाशी ली है और सामग्री जब्त की है, उससे वह बहुत क्षुब्ध है।
नयी दिल्ली, 2 नवंबर 2022, (आरएनआई)। एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने बुधवार को कहा कि दिल्ली पुलिस ने जिस तरह से ‘द वायर’ के संपादकों के घरों और उनके दफ्तर में तलाशी ली है और सामग्री जब्त की है, उससे वह बहुत क्षुब्ध है।
गिल्ड ने यहां एक बयान में कहा, ‘‘पुलिस ने जिस हड़बड़ी में अनेक जगहों पर तलाशी ली, वह हद से ज्यादा और अनुचित है तथा अनावश्यक पूछताछ के समान है।’’
गिल्ड ने दिल्ली पुलिस से इस मामले में दायर सभी शिकायतों की जांच में निष्पक्षता बरतने की अपील की और ऐसे डराने-धमकाने वाले तरीके नहीं अपनाने को कहा जो लोकतांत्रिक सिद्धांतों का अपमान करते हों।
दिल्ली पुलिस, भाजपा पदाधिकारी अमित मालवीय द्वारा ‘द वायर’ के खिलाफ दायर आपराधिक मानहानि की शिकायत पर कार्रवाई कर रही थी।
गिल्ड ने कहा कि ‘द वायर’ द्वारा प्रकाशित एक बयान के अनुसार पुलिस कर्मी ने पत्रकारों के घरों और दफ्तर से फोन, कम्प्यूटर और आईपैड जब्त कर लिये तथा अनुरोध के बावजूद उन्हें डिजिटल उपकरणों से जानकारी व आंकड़े नहीं दिये गये।
उसने कहा, ‘‘यह जांच की प्रक्रियाओं और नियमों का गंभीर उल्लंघन है। संपादकों और पत्रकारों के डिजिटल उपकरणों में उनके पत्रकारिता सूत्रों से संबंधित संवेदनशील जानकारी तथ उन खबरों से संबंधित सामग्री होगी जिन पर वे काम कर रहे होंगे। इस तरह की जब्ती से इसकी गोपनीयता गंभीर रूप से जोखिम में पड़ सकती है।’’
गिल्ड ने कहा कि ‘द वायर’ ने मालवीय के संदर्भ में मेटा से संबंधित खबरों पर गंभीर चूक को पहले ही स्वीकार कर लिया है। उसने कहा, ‘‘ये चूक निंदनीय हैं और गलत जानकारी पर आधारित खबरों को द वायर ने वापस ले लिया है।’’
गिल्ड ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों से अनुरोध किया कि इस मामले में जांच के नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि संवेदनशील पत्रकारिता संबंधी सूचनाओं की गोपनीयता का उल्लंघन नहीं हो, वहीं समाचार संस्था के अन्य कामकाज बाधित नहीं हों।
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