दिल्ली सरकार के 50% कर्मी ‘घर से काम’ करेंगे, निजी कार्यालयों को अनुसरण का सुझाव : गोपाल राय
दिल्ली में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्थिति में पहुंचने के बीच पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार के 50 फीसदी कर्मचारियों को सोमवार से ‘घर से काम’ (वर्क फ्रॉम होम) करने का आदेश दिया।
नयी दिल्ली, 4 नवंबर 2022, (आरएनआई)। दिल्ली में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्थिति में पहुंचने के बीच पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार के 50 फीसदी कर्मचारियों को सोमवार से ‘घर से काम’ (वर्क फ्रॉम होम) करने का आदेश दिया।
उन्होंने कहा कि निजी कार्यालयों को भी इस नियम का अनुसरण करने के संबंध में परामर्श जारी किया जाएगा।
इससे पहले दिन में, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए शनिवार से प्राथमिक स्कूलों को बंद करने की घोषणा की।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री राय ने संवाददाताओं से कहा कि दिल्ली सरकार ने गैर-बीएस छह डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगाने के अलावा चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के तहत केंद्र की वायु गुणवत्ता समिति द्वारा अनुशंसित प्रतिबंधों को लागू करने का निर्णय लिया है।
राय ने कहा, ‘‘ संबंधित विभागों के साथ की गई बैठक में यह फैसला लिया गया कि सरकारी कार्यालयों के 50 फीसदी कर्मचारी सोमवार से घर से काम करेंगे और निजी कार्यालयों को भी इस नियम का अनुसरण करने के संबंध में परामर्श जारी किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करने के लिए सरकार ‘पर्यावरण बस सेवा’ भी शुरू करेगी, जिसमें 500 निजी सीएनजी बसें शामिल की जाएंगी।
राय ने कहा कि दिल्ली सरकार ने प्रदूषण-रोधी उपायों के क्रियान्वयन की निगरानी के लिए छह सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसमें परिवहन विभाग, यातायात पुलिस और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के दो-दो सदस्य शामिल रहेंगे।
उन्होंने कहा कि राजस्व आयुक्तों को बाजारों और कार्यालयों के लिए अलग-अलग कार्य समय के लिए योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
राय ने कहा कि दिल्ली सरकार हरियाणा और उत्तर प्रदेश से अनुरोध करेगी कि दिल्ली के आसपास पेरीफेरल एक्सप्रेसवे के प्रवेश बिंदु से ट्रकों का मार्ग परिवर्तन किया जाए।
उन्होंने कहा कि विभिन्न रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को सुरक्षा गार्ड को बिजली के हीटर उपलब्ध कराने के लिए कहा जाएगा ताकि वे कोयले और लकड़ी को जलाने से परहेज करें।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने कहा कि दिल्ली के अधिक प्रभावित इलाकों में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए विशेष कार्य बल गठित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि डीपीसीसी की 13 टीम औद्योगिक क्षेत्रों की निगरानी करेंगी।
मंत्री ने कहा कि शहर में सम-विषम आधार पर वाहन चलाने की योजना लागू करने पर विचार किया जा रहा है और दिल्ली सरकार आवश्यकता पड़ने पर इसे लागू करेगी।
दिल्ली में धुएं की मोटी परत छाये रहने के चलते शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया।
दिल्ली में प्राथमिक तौर पर मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों और पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं के कारण दोपहर दो बजे एक्यूआई 445 दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि 400 से ऊपर का एक्यूआई ‘गंभीर’ माना जाता है और यह स्वस्थ लोगों को प्रभावित कर सकता है और बीमारियों से जूझ रहे लोगों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।
वायु गुणवत्ता निगरानी वाले लगभग सभी स्टेशन में ‘गंभीर’ एक्यूआई दर्ज किया गया जबकि इनमें से 13 स्टेशन में एक्यूआई 450 से ऊपर रहा।
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