एस0एस0 कॉलेज में नव प्रवेशित एम0एड0 प्रशिक्षुओं का स्वागत एवं परिचय कार्यक्रम

Nov 20, 2023 - 18:32
Nov 20, 2023 - 18:32
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एस0एस0 कॉलेज में नव प्रवेशित एम0एड0 प्रशिक्षुओं का स्वागत एवं परिचय कार्यक्रम

शाहजांहपुर, (आरएनआई) समाज में शिक्षक एक ऐसा प्राणी है जो किसी भी समाज के व्यक्तियों का उत्कृष्ट निर्माण करता है, मानव में मानवीय गुणों का विकास करता है और व्यक्ति के जीवन को एक नई दिशा प्रदान करता है। एक मानव में सीखने और सिखाने की योग्यता जन्मजात पाई जाती है किन्तु सीखकर सिखाने का गुण केवल एक व्यक्ति में ही होता है, किसी जानवर में नहीं। इसीलिए मनुष्य जानवर से उत्कृष्ट माना जाता है। हमारे विद्यालयों में श्रेष्ठ अध्यापकों के द्वारा श्रेष्ठ व्यक्तियों का निर्माण किया जाता है। एक शिक्षक की तुलना हमारे देश में ईश्वर से की जाती है क्योंकि एक शिक्षक ही मनुष्य को अन्धकार से प्रकाश की ओर लाता है और प्रकाश ईश्वर की भाँति अन्तहीन है। ये विचार एस0एस0 कॉलेज के प्रबन्ध समिति के सचिव डॉ0 अवनीश कुमार मिश्र ने शिक्षक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित एम0एड0 प्रथम वर्ष के अधिष्ठापन एवं अभिविन्यास कार्यक्रम में व्यक्त किये। उन्होंने एम0एड0 के नव प्रवेशित प्रशिक्षुओं को शुभकामनाऐं देते हुए कहा कि आपको एक ऐसा शिक्षक बनना है जो व्यक्ति में निहित परमात्मा को पहचान सके। उन्होंने प्रशिक्षुओं को भौतिक रास्ते पर न चलकर आध्यात्मिक रास्ते पर चलने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भौतिक रास्ते जहाँ बन्द होते वहीं आध्यात्मिक रास्ते खुल जाते हैं। जीवन का वास्तविक उद्देश्य केवल भौतिक संसाधन जुटाना ही नहीं है बल्कि एक श्रेष्ठ नागरिक बनकर समाज के लिए अपना योगदान देना भी है।

इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन के साथ हुआ। विभाग की संगीत प्राध्यापिका डॉ0 प्रियंका शर्मा के नेतृत्व में बी0एड0 द्वितीय वर्ष की छात्राओं सौम्या सिंह, कृतिका चन्देल, अंशिका सिंह और अंशिता मिश्रा ने सरस्वती वन्दना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किए। इन्हीं छात्राओं के द्वारा अतिथियों का चन्दन तिलक लगाकर स्वागत किया गया।

कार्यक्रम में स्वागत भाषण देते हुए विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर (डॉ0) प्रभात शुक्ल ने एम0एड0 प्रशिक्षण की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने एम0एड0 प्रशिक्षुओं को विश्वास दिलाया कि यदि आप विभाग के नियमानुसार अनुशासित रहकर अपना प्रशिक्षणकाल पूर्ण करेंगे तो आपकी सफलता में कोई सन्देह नहीं रहेगा साथ ही आपके नये व्यक्तित्व का सृजन भी प्रारम्भ होगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी नव प्रवेशित प्रशिक्षु इस महाविद्यालय एवं विभाग के सभी संसाधनों का भरपूर उपयोग करके एक श्रेष्ठ शिक्षक बनेंगे। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ0) राकेश कुमार आज़ाद ने नव प्रवेशित प्रशिक्षुओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि एक शिक्षक समाज को एक सकारात्मक दिशा दिखाता है। वह हमारे अन्दर समाज कल्याण की भावना जागृत करता है। एक शिक्षक एक साधारण मनुष्य को एक महान योद्धा, दार्शनिक, ज्ञानवान व आदर्श नागरिक बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति के लिए एक शिक्षक बनना गौरव की बात है क्योंकि इस भौतिकता भरी जिन्दगी में भी शिक्षक एक पवित्र पेशा है और इसी कारण एक शिक्षक का समाज में सर्वाधिक सम्मान पाता है। 

अन्त में विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ0) मीना शर्मा ने कार्यक्रम में आए हुए सभी अतिथियों, प्राध्यापकों एवं प्रशिक्षुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एम0एड0 प्रशिक्षण उच्च शिक्षा जगत में जाने का एक द्वार है और यहीं से प्रशिक्षु शोध करना प्रारम्भ करते हैं। उन्होंने सभी का प्रशिक्षुओं का आवाहन करते हुए कहा कि आज से आप लोग अपने आप को एक शिक्षक के साथ-साथ शोधार्थी भी मानें और उसी के अनुरूप अपना व्यवहार परिवर्तित करें।

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