प्लास्टिक मुक्त ब्रज की रज अभियान की जिलाधिकारी ने की शुरुआत, सरकार की मान्यता वाले विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में होंगे कार्य

मथुरा (आरएनआई) प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के सर्वप्रिय कार्यक्रम स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के लक्ष्यों को साकार करने हेतु जनपद मथुरा में जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह द्वारा जनपद के 495 ग्राम पंचायतों के प्रधानों एवं 129 ग्राम पंचायत सचिवों की एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला के साथ "प्लास्टिक मुक्त-बृज की रज" अभियान की शुरूआत की गई।
जिलाधिकारी ने प्रधानों कहा कि आपको ग्राम सरकार का मुखिया बनने का राजयोग मिला था, जिसको पूर्ण होने में एक वर्ष शेष है। अपने बचे हुए कार्यकाल में ग्राम पंचायत को सिंगल यूज प्लास्टिक कूड़े से मुक्त करें। बृज में पूरे विश्व से दर्शनार्थी जब बृज की रज में परिक्रमा करते हैं, तो उनके पांवों के नीचे प्लास्टिक व कूड़ा आता है। परिक्रमा व भ्रमण का उद्देश्य बृज की रज में समाहित होना है जिसके होने में प्लास्टिक कूड़ा बाधक है। ग्राम पंचायत में निकलने वाले कूड़े में 50 प्रतिशत से अधिक मात्रा प्लास्टिक की होती है। ग्रामीणों की सहभागिता से ही बृज की रज को प्लास्टिक मुक्त होगी।
जिलाधिकारी ने प्रधानों को निर्देशित किया कि अपने ग्राम पंचायत में ग्रामीणों की खुली बैठक करें, जिसमें स्वयं सहायता समूह की महिलायें, ग्राम पंचायत सदस्य, आशा, आंगनबाड़ी, कोटेदार, केयर टेकर, पंचायत सहायक एवं सफाई कर्मी को ग्राम के मोहल्ले / गलियों का दायित्व देकर प्रत्येक घर में मेरी प्लास्टिक मेरी जिम्मेदारी की भावना से एक बोरी लगाई जाए, जिसमें ग्रामीण प्लास्टिक को बोरी में डालें। खुले में, नाली में या कूड़े के ढेर में पन्नी न फेंकी जाए और न ही घर का कूड़ा प्लास्टिक की थैली में भरकर फेका जाए। सचिव द्वारा बनाए गए रूट चार्ट व रोस्टर के अनुसार सफाई कर्मी द्वारा प्रत्येक घर से एकत्रित प्लास्टिक को कूड़ा गाड़ी में संग्रहित किया जाए।
जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि जब ग्रामीणों को कूड़ा संग्रहण / स्वच्छता की सेवाएं प्राप्त होंगी तो गांव स्वच्छ होगा तथा प्रत्येक परिवार न्यूनतम एक रूपये प्रतिदिन की दर से स्वच्छता शुल्क भी सहर्ष देगा। एकत्रित स्वच्छता शुल्क से अतिरिक्त स्वच्छता कर्मी रखकर पूरे ग्राम को स्वच्छ करने का अभियान ग्राम प्रधानों को चलाना है। एक रूपये में स्वच्छता सभी ग्रामीण स्वीकार करेंगे। जिलाधिकारी द्वारा ग्राम के विद्यालय में छात्रों के पढ़ने हेतु बैंच व मेज की व्यवस्था के साथ आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पंखे व बल्ब लगाने का कार्य एक सप्ताह में पूर्ण करने का निर्देश दिए।
कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना द्वारा प्रधानों को ग्राम पंचायत में हो रहे पेंशन कैम्प को सफल बनाकर सभी पात्रों के पेंशन फार्म भरवाने के निर्देश दिए गए। जिन पेंशनर्स के पास आय प्रमाण पत्र नही है उसकी सूची खण्ड विकास अधिकारी के माध्यम से भिजवाए जिससे उनका आय प्रमाण पत्र बनवा कर पेंशन देने का पुनीत कार्य पूर्ण हो सके। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों के कायाकल्प के साथ साथ जल जीवन मिशन अन्तर्गत सभी घरों में कनैक्शन लगने के कार्य का अनुश्रवण करने हेतु प्रधानों को निर्देश दिया। जिन ग्राम पंचायतों में प्रत्येक घर में नल नही लगें की सूचना तथा काटी गयी इण्टरलॉकिंग / सी०सी० सड़कों की मरम्मत न होने की सूचना भी उपलब्ध करायें, जिससे चरणबद्ध तरीके से दिसम्बर 2025 तक जल जीवन मिशन का कार्य भी पूर्ण हो सके। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा ग्राम को स्वच्छ एवं स्वस्थ ग्राम बनाने का आह्वाहन किया गया।
कार्यशाला में उपायुक्त, स्वतः रोजगार द्वारा इस अभियान में समूह की महिलाओं की भागीदारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा क्रमशः आंगनबाड़ी, अध्यापक, आशा एवं कोटेदार की सहभागिता सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया गया। कार्यशाला में जिला पंचायतराज अधिकारी द्वारा बताया गया कि इस अभियान अन्तर्गत प्रथम चयनित 50 ग्राम पंचायत में दिनांक 09 व 13 मई 2025 को खुली बैठकें करते हुए सहभागिता सुनिश्चित कराई जायेगी तथा बैठक के बाद दो दिवसीय प्लास्टिक एकत्रीकरण अभियान इन ग्राम पंचायतों में चलाने के साथ आशा, आंगनबाड़ी, कोटेदार, केयर टेकर, पंचायत सहायक, सफाई कर्मी को मोहल्लों एवं गलियों की जिम्मेदारी देकर हर घर बोरी प्लास्टिक एकत्रित करने हेतु लगायी जायेगी।
दिनांक 15 व 16 मई 2025 को 74 अन्य ग्राम पंचायत जो मुख्य मार्गों पर स्थित हैं में बैठक होगी व अभियान चलाया जायेगा। अभियान का अनुश्रवण विकास खण्ड स्तर पर स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) समिति के अध्यक्ष खण्ड विकास अधिकारी एवं सचिव सहायक विकास अधिकारी (पं.) द्वारा किया जायेगा। इस प्रकार 15 जून 2025 तक 495 ग्राम पंचायतों में बैठक सम्पन्न कराते हुए "प्लास्टिक मुक्त-बृज की रज" अभियान चलाकर प्लास्टिक मुक्त ग्राम पंचायत घोषित की जायेगी। कार्यशाला में अभियान की रणनीति का प्रस्तुतिकरण प्रदीप श्रीवास्तव एवं सोनल राठोर तकनीकी सहयोगी, यूनिसेफ द्वारा दिया गया। कार्यशाला में अभियान के लोगो को जिलाधिकारी एवं अन्य अधिकारियों द्वारा लॉन्च किया गया तथा सभी प्रधानों से अपील की गई कि अपने मोबाइल की डीपी में लोगो लगायें। कार्यशाला में प्लास्टिक मुक्त ग्राम पंचायत की स्वच्छता शपथ ली गई तथा सहायक विकास अधिकारी (पं.) द्वारा सफाई कर्मी के माध्यम से एकत्रित की गई 5 टन सिंगल यूज प्लास्टिक की गाड़ी को जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा हरी झंडी दिखाकर रिसाइकिल हेतु पी०डब्ल्यू०एम०यू० नौहझील रवाना किया गया। कार्यशाला में मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरूस्कार वर्ष 2024-25 की ग्राम तरौली सुमाली, अडींग, कंजौलीघाट, भदावल, महावन बांगर को चैक दी गयी तथा ग्राम पंचायत कारव, हाथिया एवं नगला काशी में जन सेवा केन्द्र से सर्वाधिक ओ०एस०आर० जमा करने पर प्रधान को प्रशस्ति पत्र दिया गया।
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