मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय में आनुवंशिक रूप से विकसित मत्स्य बीज का संचय

मथुरा (आरएनआई) उत्तर प्रदेश पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गौ अनुसन्धान संस्थान मथुरा के मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय में गुरुवार को सम्मानित अतिथि डॉ विनोद कुमार, निदेशक शोध, डॉ. नित्यानंद पांडे, अधिष्ठाता मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय, डॉ. लक्ष्मी प्रसाद, प्रोफेसर एवं हेड जल जीव पालन विभाग के मार्गदर्शन में, जल जीव पालन विभाग द्वारा, आनुवंशिक रूप से संशोधित वैरायटी जयंती रोहू, अमूर कार्प और अमृत कतला के 30,000 मत्स्य बीजों का संचय महाविद्यालय के तालाबों में डॉ. परमवीर सिंह, मत्स्य प्रक्षेत्र प्रबंधक एवं सहायक आचार्य (जल जीव पालन) के नेतृत्व में किया गया।
उल्लेखनीय है कि जयंती रोहू और अमृत कतला, मछली प्रजातियों की आनुवंशिक रूप से उन्नत किस्में है, जिसे केन्द्रीय मीठाजल जलकृषि संस्थान, भुवनेश्वर उड़ीसा के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है, को पहली बार मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय, दुवासु, मथुरा में प्रजातियों के विविधीकरण को बढ़ावा देने और संभावित रूप से मछली उत्पादन बढ़ाने के लिए संचित किया गया है, जिससे छात्रों एवं स्थानीय किसानों को लाभ होगा। मत्स्य बीज संचय के समय डॉ मुक्ता सिंह, डॉ साक्षी मौर्या डॉ अम्ब्रीश सिंह सहायक आचार्य, समस्त महाविद्यालय स्टाफ एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
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