राजीव ज्योति सद्भावना यात्रा का गुना आगमन

आतंकवाद मुक्त भारत का संदेश देते हुए दिल्ली रवाना हुई

Aug 17, 2023 - 15:17
Aug 17, 2023 - 15:19
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राजीव ज्योति सद्भावना यात्रा का गुना आगमन

गुना। (आरएनआई) आंतकवाद मुक्त भारत के लिए पिछले 32 वर्ष से निकाली जा रही राजीव ज्योति सद्भावना यात्रा बीती शाम गुना पहुंची। स्थानीय राजीव गांधी कांग्रेस भवन में विश्राम के बाद आज सुबह यहां से शिवपुरी रवाना हुई। अंग्रेजो भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ 9 अगस्त से तामिलनाडु के श्रीपैरम्बुदूर से शुरू यह यात्रा नई दिल्ली में 20 अगस्त को राजीव गांधी के जन्मदिन पर उनके समाधि स्थल वीरभूमि पर संपन्न होगी। यह यात्रा 20 अगस्त को दिल्ली पहुंचेंगी, जहां कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी यात्रा की अगुवाई करेंगे।

 तमिलनाडू, कर्नाटक, महाराष्ट्र होते हुए यह यात्रा मध्यप्रदेश आई, यहां से यूपी, हरियाणा, होते हुए दिल्ली पहुंचेगी। राजीव ज्योति सद्भावना यात्रा अध्यक्ष आर दोरई, अय्यर, गीता, शशिप्रभा, सुशीला, राल्फ सहित 60 सदस्यों के साथ वाहनों से चल रही है। यात्रा के यह यात्री मशाल लेकर चल रहे हैं जो हर जगह आतंकवाद मुक्त भारत के लिए अपील करते चल रहे हैं। गुना के बाद यह यात्रा आज दोपहर में शिवपुरी और इसके बाद रात में ग्वालियर  पहुंचेंगी, यहां रात रुकने के बाद उप्र हरियाणा होते हुए 20 तारीख को यात्रा दिल्ली पहुंच जाएगी। गुना में जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा यात्रा का भावभीना स्वागत किया गया। जिला अध्यक्ष ने इस अवसर पर कहा कि यह यात्रा हमारे पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के जीवन और उनके जीवन चित्रण पर आधारित होकर लोगों को प्रेरणा देने के लिये निकाली जा रही है। रात्रि विश्राम के पश्चात गुरूवार सुबह स्वल्पाहार पश्चात जिला कांग्रेस अध्यक्ष, नूरूल हसन नूर, गोपाल शर्मा, वीरेंद्र सिंह सिसौदिया, राजेंद्र तिवारी, हर्ष मेर, नरेंद्र सोनवार, हरिओम खटीक, मुकेश रजक, खालिद बंटी, छोटू शिमला, अनुज रघुवंशी, लखन गिरी महाराज, रतिराम धाकड़, महेश धाकड़, रामकृष्ण धाकड़ द्वारा विदाई देने के पश्चात दोपहर में गुना से यह यात्रा आतंकवाद मुक्त भारत का संदेश देते हुए आगे के सफर के लिए रवाना हो गई। 
बता दें श्रीपैरम्बुदूर में 21 मई 1991 को आतंकवादियों ने तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की बम बलास्ट कर जान ले ली थी। इसके बाद कर्नाटक से 1992 से हर साल आतंकवाद मुक्त भारत के लिए यह यात्रा निकाली जाती है, जो हर साल देश के अलग-अलग प्रांतों से गुजरकर आतंकवाद मुक्त भारत का संदेश देती है।

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