टोंडरपुर की ग्राम पंचायत बूढनपुर के ग्राम प्रधान व पंचायत सेक्रेटरी का कारनामा, जमीन पर ग्रे वाटर मैनेजमेंट सिस्टम लगा ही नही, लाखो का हो गया भुगतान

हरदोई (आरएनआई) उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जीरो टालरेंस की नीति पर काम करते हुए उप्र को उत्तम प्रदेश बनानें के लिए दिन रात एक किये हुये है। राज्य सरकार व केंद्र सरकार विकसित भारत का सपना संजोए ग्रामीण विकास के लिए सैकड़ों जन कल्याणकारी योजनाओं को जमीन पर मूर्त रुप देने के लिए करोड़ों रूपया पानी की तरह बहा रही है ताकि गांव में रहने वाले लोगों को भी सुख सुविधा मुहैया कराई जा सके। लेकिन सरकारी योजनाओं को उनके विकास के ध्वजवाहक कहे जाने वाले अधिकारी व कर्मचारी ही कमाई का जरिया बना लें तो ग्रामीण विकास कैसे हो सकेगा अपने आप में बड़ा सवाल है। पंचायत सेक्रेटरी व ग्राम प्रधान द्वारा योजना को बिना जमीन पर उतारे ही लाखो का खेल खेलने का मामला प्रकाश में आया है। टोडरपुर विकास खण्ड की ग्राम पंचायत बूढनपुर में गुड्डी पत्नी गुड्डू महिला ग्राम प्रधान है। सत्ता पक्ष के छुटभैया नेताओं से तालमेल गांठकर सरकार के महिला सशक्तिकरण का गला घोटकर प्रधान के समस्त कार्य उसके पति द्वारा सम्पादित किये जा रहे हैं। महिला प्रधान के प्रतिनिधि व उसके पति गुड्डू व पंचायत सेक्रेटरी उमाकांत त्रिवेदी द्वारा ग्राम पंचायत में जल संचयन के लिए ग्रे वाटर मैनेजमेंट सिस्टम की स्थापना का प्रस्ताव पास किया। ग्रे वाटर प्रबंधन प्रणाली एक ऐसी प्रणाली है जो घरों, इमारतों और अन्य स्थानों से निकलने वाले अपशिष्ट जल को एकत्र, उपचारित और पुनः उपयोग करने के लिए उपयोग की जाती है। इस प्रणाली में, बाथरूम, शावर, सिंक और वाशिंग मशीन से निकलने वाला पानी एकत्र किया जाता है और फिर इसे कुछ उपचार प्रक्रियाओं से गुजारा जाता है। उपचारित पानी का उपयोग सिंचाई, शौचालय फ्लशिंग, और घरेलू उपकरण जैसे कार्यों के लिए किया जा सकता है।इस परियोजना के लिए ग्राम पंचायत द्वारा दिनांक 07अक्टूबर2022 को रजिस्ट्रेशन कराया गया। जिसकी वर्क आईडी 65424445 है। योजना की लागत मूल्य 1लाख 56हजार 7सौ रूपया दर्शायी गयी।जिसमे से ग्राम पंचायत द्वारा 1लाख46 हजार 177,₹ खर्च किया गया। ग्राम प्रधान व पंचायत सेक्रेटरी द्वारा दिखाये गये बिल बाउचर के अनुसार बाउचर संख्या XVPC/2022-23/P/12दिनाक 7अक्टूबर 2022को मटेरियल बेजेज के नाम पर 72हजार5सौ 81रूपया सादिक हूसैन ब्रिक फील्ड को भुगतान दिया गया। बाउचर संख्या XVFC/2022-23/P/12 दिनांक 07 अक्टूबर को अजय पुत्र शेर सिंह, को 3408₹, रामवीर पुत्र महेश को3404₹,मधुरपाल पुत्र राम सनेही को7040₹,विजय पुत्र रामकुमार को 3408₹, शुक्ला सीमेंट स्टोर को 39हजार 66 रूपया , रामसनेही को 3408रूपया, अतुल कुमार को 7हजार 40रुपया, धीरपाल पुत्र नत्थू को 3408रुपया, देवराज पुत्र जग्गूलाल को 3408रूपया का भुगतान किया गया। इसके बाद ग्रे वाटर मैनेजमेंट सिस्टम के लिए नयी व दिनांक 30जनवरी 2023 को वर्क आईडी 66714775 जनरेट की गयी। जिसका अनुमानित लागत मूल्य 1लाख5हजार 6सौ 80 रूपया आंका गया।इस काम में 95हजार3सौ 24 रुपया खर्च किया गया। इसमें बाउचर संख्या XVFC/2022-23/P/17दिनाक 2फरवरी 2023को बेजेज मटेरियल के नाम पर सैयद हैदर अली शाह ब्रिक फील्ड 19310 रूपया भुगतान किया गया। इसी बाउचर संख्या से अवस्थी ट्रेडर्स को 64हजार 7सौ 86 रूपया, अरशद को 5600रुपये, रामप्रकाश को 2814रूपया व राजकिशोर पुत्र विजेंद्र को 2814रूपया का भुगतान किया गया। इसके बाद ग्रे वाटर मैनेजमेंट सिस्टम के नाम पर दिनांक 15 मार्च 2024को वर्क आईडी संख्या 99073003 जनरेट की गयी। इस वर्क आईडी की अनुमानित लागत मूल्य 7लाख रूपया आंकी गयी।इस वर्क पर ग्राम प्रधान व पंचायत सेक्रेटरी द्वारा 6लाख 95हजार29रुपया खर्च दिखाया गया। ग्राम पंचायत ने वाकायदा बाउचर संख्या XVFC/2023-24/P/15 दिनांक 19मार्च 2024 को शुक्ला सीमेंट स्टोर को 87हजार 9सौ 45 को भुगतान किया।इसी तरह बाउचर संख्या XVFC/2023-24/P/14दिनाक 19मार्च 2024 को 1लाख 30हजार 1सौ 95 रूपया का भुगतान दर्शाया गया है।इसी बाउचर संख्या XVFC/2024-25/P/3 दिनांक 3 मई 2024 को रामप्रकाश को 27130₹ व इसी बाउचर संख्या से सादिक हुसैन ब्रिक फील्ड को79894 रुपया का भुगतान किया गया। इसी बाउचर से अवस्थी ट्रेडर्स को32023₹ का भुगतान किया गया।इसी प्रकार इस वर्क आईडी में विभिन्न बाउचरो के माध्यम से लेबरों व मटेरियल आदि का भुगतान दर्शाया गया है।जबकि भूरे नाम से प्राख्यात प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि हमारे यहां ग्रेवाटर मैनेजमेंट सिस्टम जमींनपर नहीं लगाया गया है।इस संदर्भ में जब सेक्रेटरी उमाकांत त्रिवेदी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पैसा खाते में रोका गया है।यह कार्य कराया जाना बाकी है। ज्यादा पूछने पर उन्होंने बताया कि इस योजना में नाला बनाया जाता है।अपनी बात में अपने को फंसते देख उन्होंने बताया कि मेरा एडीओ के पद पर प्रमोशन हो गया है। उससे हमारा लेना देना नहीं है। ग्रे वाटर मैनेजमेंट सिस्टम पर तीन बार फीडिंग कराकर करीब 9,36,530 रुपया निकालने का ब्योरा मिल रहा है। लेकिन जमीन पर ग्रे वाटर मैनेजमेंट सिस्टम न होने से यह कहा जा सकता है कि दाल में कुछ काला है जिसका खुलासा जांच में हो सकता है।इस संदर्भ में दूरभाष के माध्यम से बीडिओ टोडरपुर से बात करने का प्रयास किया गया।बार बार रिंग होने के बाद भी उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।इस कारण उनका पक्ष नहीं जाना जा सका है।
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