'सीएम ममता का दंगा प्रभावित मुर्शिदाबाद जाना पर्यटन जैसा'; कांग्रेस नेता अधीर रंजन का कटाक्ष
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार से हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद के दो दिवसीय दौरा कर सकती हैं। उनके दौरे को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कटाक्ष किया। चौधरी ने हिंसा भड़कने के 20 दिन बाद ममता के वहां जाने को पर्यटन जैसा बताया।

कोलकाता (आरएनआई) वरिष्ठ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दंगा प्रभावित मुर्शिदाबाद जिले के दौरे को लेकर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि हिंसा भड़कने के करीब 20 दिन बाद सीएम ममता का वहां का अपना दौरा तय करना पर्यटन जैसा है।
अधीर रंजन ने कहा कि टीएमसी सुप्रीमो जिला में दंगा पर्यटन शुरू कर रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वह दोनों समुदायों से संबंधित आम लोगों के घरों और संपत्तियों पर असामाजिक तत्वों द्वारा हमला किए जाने के दौरान व्यस्त थीं, जिन्होंने 11-12 अप्रैल को शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक वक्फ (संशोधन) अधिनियम विरोधी विरोध में घुसपैठ की थी।
शमशेरगंज और अन्य हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने वाले पूर्व सांसद चौधरी ने बरहामपुर में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें कई प्रभावित परिवारों ने बताया कि आगजनी की घटनाओं के लिए 'स्थानीय टीएमसी गुंडे' जिम्मेदार थे और आरोप लगाया कि घटना के चार से पांच घंटे बाद पुलिस पहुंची। सीएम पर दीघा, पूर्व मेदिनीपुर में जगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन की तैयारियों पर ध्यान केंद्रित करने का आरोप लगाते हुए चौधरी ने कहा कि अब हिंसा के कई दिनों बाद, जब वह अन्य कार्यों में व्यस्त थीं, तो सीएम प्रचार अभ्यास के लिए मुर्शिदाबाद जा रही हैं। जाहिर है, वह दंगा पर्यटन पर निकल पड़ी हैं। पूर्व पीसीसी प्रमुख ने टिप्पणी की, 'मुझे आश्चर्य है कि वह शमशेरगंज के बजाय हजारद्वारी जैसे पर्यटन स्थलों पर क्यों नहीं जा रही हैं। दीघा की उनकी यात्रा के बाद ऐसा करना उचित होता।'
कांग्रेस नेता चौधरी ने टीएमसी पर आरोप लगाया कि वह जिले के निर्वाचन क्षेत्रों से सांसद और विधायक चुने जाने के बावजूद हिंसा को रोकने में विफल रही है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि शमशेरगंज में हिंसा भड़काने की साजिश हो सकती है, क्योंकि यह विधानसभा क्षेत्र मालदा से कांग्रेस सांसद ईशा खान की लोकसभा सीट में आता है, ताकि पार्टी को बदनाम किया जा सके।
चौधरी ने दावा किया कि मुर्शिदाबाद हिंसा के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा की गई गोलीबारी में 17 लोग घायल हो गए और कहा कि प्रशासन द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गई है। चौधरी ने मुख्यमंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने दीघा में जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन करके और इसे 'धाम' कहकर धर्म आधारित राजनीति में लिप्त होने का आरोप लगाया, जिससे ओडिशा और बंगाल में असंख्य जगन्नाथ भक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कहा, 'इस तरह के संतुलन का खेल बंगाल के लिए खतरा पैदा करता है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।'
कांग्रेस नेता चौधरी ने पहलगाम हमले की ओर भी इशारा किया। उन्होंने कहा कि हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक विवाद पैदा करने की पाकिस्तान की कोशिश सफल नहीं हुई और न ही सफल होगी। उन्होंने कहा कि पहलगाम के कुछ दिनों बाद आतंकवादियों के साथ एक और मुठभेड़ में सेना के कमांडो झंटू अली शेख का सर्वोच्च बलिदान इस बात की गवाही देता है कि हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई पाकिस्तान की योजना को विफल करने के लिए एकजुट हैं और एकजुट होकर लड़ेंगे।
टीएमसी विधायक मनीरुल इस्लाम ने बताया कि मुख्यमंत्री मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित जिले के दो दिवसीय दौरे पर जा सकती हैं। सोमवार को वह जिला मुख्यालय बहरामपुर पहुंचेंगी। इसके बाद मंगलवार को शमशेरगंज और धुलियान जाएंगी। मनीरुल ने कहा कि सुति के छपघाटी मैदान में मुख्यमंत्री प्रशासनिक बैठक की अध्यक्षता भी करेंगी। बनर्जी के बहरामपुर में पार्टी नेताओं से मिलने और संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा करे की संभावना है। ऐसा माना जा रहा है कि इस मुलाकात में हाल की घटनाओं का जायजा लिया जाएगा।
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