विद्यार्थी नशे के लक्षणों से दूर रहें - सोनिया मान
उन्होंने कहा कि युवाओं के सहयोग से ही नशे पर अंकुश लगाया जा सकता है। ड्रग डिटॉक्सिफिकेशन फ्रंट द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर- दीक्षित धवन बाबा कुम्मा सिंह जी इंजीनियरिंग कॉलेज में नशे पर जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। (सुरेश रहेजा, परवीन कुमार, चंद्र मोहन, साहिल रहेजा)

अमृतसर (आरएनआई) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा युद्ध अपराधों के खिलाफ शुरू किया गया अभियान तब तक सफल नहीं हो सकता जब तक कि हमारे युवा इसका हिस्सा नहीं बनते। ये शब्द नशा मुक्ति मोर्चा माझा की संयोजक सोनिया मान ने बाबा कुम्मा सिंह जी इंजीनियरिंग कॉलेज अटारी में नशे के खिलाफ आयोजित जागरूकता सेमिनार को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
सोनिया मान ने कहा कि नशा मुक्ति यात्रा ने सार्थक परिणाम देने शुरू कर दिए हैं और इन यात्राओं के दौरान बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से बाहर निकलकर नशे के खिलाफ खड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल/कॉलेजों के विद्यार्थी भी अब आगे आकर अपने राज्य को नशा मुक्त बनाने में सहयोग कर रहे हैं। मैडम सोनिया मान ने विद्यार्थियों से कहा कि वे नशे जैसी बुरी आदतों से दूर रहें तथा अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें, तभी वे आगे बढ़ सकेंगे तथा सफल हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि गांवों से नशे को खत्म करने के लिए हमें दलगत भावना से ऊपर उठकर एकजुट होने का संकल्प लेना होगा, तभी हम अपने युवाओं को बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार नशे के खात्मे के लिए नशा तस्करों के खिलाफ अनुकरणीय कार्रवाई कर रही है ताकि भविष्य में कोई भी नशा तस्करी में संलिप्त न हो और पंजाब को फिर से स्वस्थ पंजाब बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि पंचायत विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, गांववासियों, गांव स्तरीय सुरक्षा समितियों, यूथ क्लबों और बड़ी संख्या में लोगों के सहयोग से नशा मुक्ति यात्रा के ठोस परिणाम सामने आने शुरू हो गए हैं और जल्द ही पंजाब के युवाओं को नशे की लाइलाज बीमारी के चंगुल से मुक्त करके जीवन की मुख्य धारा में वापस लाया जाएगा।
इस अवसर पर सोनिया मान ने विद्यार्थियों से नशे के खिलाफ अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज सबसे बड़ी जरूरत यह है कि हम अपने बच्चों को गुरुओं की शिक्षाओं से अवगत कराएं और उन्हें गुरबाणी से जोड़ें ताकि वे जीवन में सही राह पर चल सकें। इस अवसर पर सोनिया मान ने कहा कि जो लोग नशा छोड़ना चाहते हैं, उन्हें सरकारी नशा मुक्ति केन्द्रों या मान्यता प्राप्त केन्द्रों से ही अपना इलाज करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा नशा छोड़ने के इच्छुक मरीजों के लिए इलाज के बाद पुनर्वास की भी व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को नशे के खिलाफ शपथ भी दिलाई।
सेमिनार को संबोधित करते हुए जिला समन्वयक श्री दीक्षित धवन ने कहा कि नशा मुक्ति फ्रंट ने प्रदेशवासियों के लिए हेल्पलाइन नंबर 98236-00007 जारी किया है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति इस नंबर पर दवा विक्रेता या खरीदार के बारे में जानकारी दे सकता है तथा जानकारी देने वाले व्यक्ति का नाम गोपनीय रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपने आस-पड़ोस में किसी भी व्यक्ति के नशे की लत होने पर गोपनीय रूप से जानकारी साझा करनी चाहिए, ताकि उनका उचित उपचार और पुनर्वास किया जा सके।
इस सेमिनार में सुनील कुमार, श्री वरुण भगत, श्री नरिंदर दत्ता, श्री हनी नाहर, प्रसिद्ध हास्य कलाकार घुल्ले शाह, श्री पंकज शर्मा, कॉलेज का समस्त प्रबंधन तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी उपस्थित थे।
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