वैश्विक मंच पर पाकिस्तान की पोल खोलेंगे थरूर, सरकार से मिली जिम्मेदारी पर कांग्रेस खुश
पाकिस्तान का आतंक समर्थित चेहरा दुनिया के सामने लाने और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी देने के लिए भारत ने अहम रणनीति बनाई है। इसके तहत केंद्र ने सांसदों की टीम गठित की है, जिसमें कांग्रेस नेता शशि थरूर शामिल हैं। वहीं इस पर केरल कांग्रेस ने खुशी भी जताई है और केंद्र पर हमला भी बोला है।

तिरुवनंतपुरम (आरएनआई) भारत अब पाकिस्तान के आतंकवाद को लेकर बड़ा कूटनीतिक अभियान शुरू करने जा रहा है। इसके तहत देश के सभी राजनीतिक दलों के करीब 40 सांसदों की टीम सात समूहों में बंटकर दुनियाभर के प्रमुख देशों की यात्रा करेगी। इस अभियान में कांग्रेस नेता शशि थरूर को शामिल किया गया है। इस खबर पर केरल कांग्रेस ने खुशी जताई है और केंद्र सरकार के फैसले की सराहना की है।
केरल कांग्रेस ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, 'जब प्रधानमंत्री मोदी और उनके विदेश मंत्री की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वसनीयता घट गई है, तब देश को ऐसी आवाज की जरूरत है जो सम्मान पाती हो। हम सरकार का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने भाजपा के भीतर की प्रतिभा की कमी को समझते हुए एक कांग्रेस नेता को देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना।' उन्होंने आगे कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि शशि थरूर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का पक्ष मजबूती से रखेंगे और मोदी सरकार की गलतियों को सुधारेंगे।
केंद्र सरकार का उद्देश्य है कि पाकिस्तान की तरफ से आतंकवाद को लगातार समर्थन देने की सच्चाई को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने लाया जाए। इसमें विशेष रूप से भारत की तरफ से हाल ही में शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी भी दी जाएगी।
इस अभियान में शामिल सांसदों की यात्रा 23 मई से शुरू होकर 10 दिनों तक चलेगी। वे अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई, जापान, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में जाएंगे। ऑपरेशन सिंदूर और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई के संदर्भ में, सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इस महीने के अंत में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों समेत प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करने वाले हैं। जिनमें संसद के ये सदस्य सात प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करेंगे।
शशि थरूर, कांग्रेस
रविशंकर प्रसाद, भाजपा
संजय कुमार झा, जेडीयू
बैजयंत पांडा, भाजपा
कनिमोझी करुणानिधि, डीएमके
सुप्रिया सुले, एनसीपी
श्रीकांत एकनाथ शिंदे, शिवसेना
इस तरह यह पहला मौका होगा जब केंद्र सरकार कई दलों के सांसदों को विदेश भेज रही है ताकि पाकिस्तान से हो रहे सीमा पार आतंकवाद पर भारत की स्थिति और नीति स्पष्ट की जा सके।
इस अभियान का समन्वय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू कर रहे हैं। इसके साथ ही विदेश मंत्रालय (एमईए), गृह मंत्रालय (एमएचए) और अन्य एजेंसियां मिलकर ऐसे दस्तावेज तैयार कर रही हैं जिनमें पाकिस्तान के आतंकवाद को समर्थन देने के ठोस प्रमाण होंगे। हर सांसद समूह के साथ विदेश मंत्रालय का एक अधिकारी भी यात्रा पर जाएगा।
Follow RNI News Channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6X
What's Your Reaction?






